आज हम बात करेंगे गुजरात के बिजनेसमैन मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) के बारे में। इनका पूरा नाम मेहुल चीनूभाई चौकसी (Mehul Chinubhai Choksi) है। यह “गीतांजलि ग्रुप” रिटेल ज्वैलरी कंपनी के मालिक हैं, जिसके भारत में 4,000 स्टोर है।
Mehul Choksi Biography in Hindi – मेहुल चोकसी का जीवन परिचय
मेहुल चौकसी एंटीगुआ और बारबुडा में रहने वाला एक भगोड़ा भारतीय मूल का व्यापारी है, जो भारतीय न्यायिक अधिकारियों द्वारा आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और बेईमानी सहित संपत्ति की डिलीवरी, भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे कई संगीन आरोप है। मेहुल चौकसी पर पीएनबी बैंक – पंजाब नेशनल बैंक (PNB Bank) में तकरीबन 11,400 करोड रुपए के घोटाले का आरोप है। एक इंटरव्यू के दौरान मेहुल चौकसी ने दावा किया कि वह बिलकुल निर्दोष है और इनके खिलाफ यह सभी आरोप झूठे, निराधार और सिर्फ राजनीतिक औचित्य से प्रेरित हैं।
मेहुल चौकसी भारत के मशहूर हीरा व्यापारियों में से एक हैं, यह गीतांजलि जेम्स लिमिटेड (Gitanjali Gems Ltd) नाम की कंपनी के मालिक हैं। यह कंपनी हीरा-जवाहरतो से बने उत्पादों को देश के अंदर और देश से बाहर भी निर्यात करती है, जिनमें इटली, चाइना, जापान, थाईलैंड, होन्ग-कोंग जैसे देशो के नाम प्रमुख है। हीरे और गहनों के लिए गीतांजलि ग्रुप के कई और brands भी है जैसे Gili, Asmi, Sangini और Dia अदि।
मेहुल चौकसी के परिवार के बारे में बात करें तो
मेहुल चौकसी का जन्म गुजरात के व्यापारी चीनूभाई चौकसी (Chinubhai Choksi) के यहां 5 मई 1959 को बॉम्बे (Bombay) में हुआ। चौकसी जैन परिवार से आते हैं। चौकसी की पत्नी का नाम प्रीती चौकसी है। इनके बेटे का नाम राहुल और दो बेटियां हैं, जिनमे से एक का नाम प्रियंका है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की मेहुल चौकसी भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी का मामा है। मेहुल चौकसी के छोटे भाई चेतन चिनुभाई चोकसी (Chetan Chinubhai Choksi) एंटवर्प में स्थित डिमिन्को एनवी (Diminco NV) नाम की एक हीरा कंपनी के मालिक थे और उसका संचालन करते थे, जिसने आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की एक सहायक कंपनी को 25.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर के भुगतान में चूक की थी। 2013 में, बैंक ने बेल्जियम और यूके (Belgium and UK) में वाणिज्यिक अदालतों में डिमिन्को एनवी के खिलाफ मुकदमा दायर किया।
मेहुल चौकसी से पालनपुर, गुजरात के जीडी मोदी कॉलेज (G. D. Modi College, Palanpur, Gujarat) से पढ़ाई की फिर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई को बीच में छोड़कर मुंबई चले गए और अपने पिताजी के business को सीखना शुरू कर दिया।
मेहुल चौकसी के बिज़नेस कैरियर की बात की जाए तो मेहुल ने अपने पिता के साथ कारोबार में हाथ बढ़ाना शुरू किया। जिससे उन्होंने साल 1960 में शुरू किया था। इसके 26 साल बाद 1986 में चौकसी ने गीतांजलि जेम्स (Gitanjali Gems) launch किया, जो थोड़े ही वक़्त में हीरे-जवाहरात को export करने वाली भारत की मशहूर कंपनी बन गई। 90 के दशक की शुरुआत में उन्होंने गहनों के व्यापार को अच्छे से समझा और गीतांजलि ने 1994 में अपना नया ज्वेलरी ब्रांड गिली (Gili) को लांच किया। इसके मार्जिन बहुत ज्यादा थे और चौकसी ने इस ब्रांड management group और bollywood के celebrity की मदद से आगे ले जाया गया। इसके बाद तो गीतांजलि ने अपना बिज़नेस देश-विदेश तक फैला लिया।
Mehul’s Ambition and Controversy की बात की जाए तो मेहुल हीरा-व्यापारी की दुनिया में सबसे बड़े खिलाड़ी बनना चाहते थे। कुछ बॉलीवुड की सेलिब्रिटी जैसे कैटरीना कैफ और ऐश्वर्या राय बच्चन जैसे बड़े नामो ने भी मेहुल चौकसी की ज्वेलरी कंपनी का विज्ञापन किया। 2011 में मेहुल ने नई दिल्ली के एशिया पैसिफिक एंटरप्रेनरशिप अवार्ड भी जीता।
मेहुल इससे पहले भी विवाद का हिसाब तब बने थे जब गीतांजलि के पूर्व director संतोष श्रीवास्तव और अन्य फ्रेंचाइजी होल्डर ने कहा था कि मेहुल चौकसी द्वारा बेचे गए ज्यादातर हीरे अपनी selling price के मुकाबले खराब क्वालिटी के बनाए गए। मेहुल चौकसी के पीएनबी बैंक (PNB Bank) घोटाले की बात की जाए तो ईडी (ED – Enforcement Directorate) का कहना है कि चौकसी को money laundry act के तहत समन दिया गया और 1 सप्ताह के भीतर पैसा लौटाने को कहा गया। ED ने मेहुल चौकसी के कई शोरूम, ऑफिस और घर पर छापा मारकर लगभग 5000 करोड़ तक के हीरे, गहने और सोना एकत्रित किया। ED ने कहा कि देश छोड़ने से पहले मेहुल चौकसी ने अपनी company directors और परिवार के सदस्य को हीरे और गहनों को छुपा कर रखने के लिए कहा था क्योंकि उन्हें यह डर था की जांच agencies इन जगह पर छापा मारकर अपनी राशि को वापस लेने का प्रयास जरूर करेगी। ED ने 11 शहरों में 43 जगह पर जिनमे बेंगलुरु, दिल्ली, अहमदाबाद, चंडीगढ़, लखनऊ, चेन्नई, हैदराबाद, गुवाहाटी और अन्य जगहों में छापे मारे।
मेहुल चौकसी के घर और कंपनी में छापे पड़ने के बाद उनपर घोटालो के बहुत सारे आरोप लगे। जिसके बाद वह तुरंत ही देश छोड़कर भाग गए और बहुत समय तक फरार रहे। चौकसी पर जब पीएनबी बैंक घोटाले का आरोप लगा तो वह फरार हो गए और फरार होने के बाद वह एंटीगुआ-बारबुडा (Antigua and Barbuda) चले गए। वहां पर वह 3 साल से थे और वह रहते उन्हें वहां की सिटीजनशिप मिल गई। फ़िलहाल चौकसी को Dominica से गिरफ्तार कर लिया गया।