Friday, December 20, 2024
HomeLetterLetter to Editor in Hindi संपादक को पत्र हिंदी में

Letter to Editor in Hindi संपादक को पत्र हिंदी में

जानिए संपादक को पत्र कैसे लिखें? Know how to write letter to editor in Hindi format for students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. Here is format of letter to editor in Hindi language.

Letter to Editor in Hindi संपादक को पत्र हिंदी में

Letter to Editor in Hindi

रोडवेज की बस में यात्रा की असुविधा की शिकायत करते हुए टाइम्स ऑफ़ इंडिया समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए। Write a letter to the editor of the Times of India newspaper complaining about the inconvenience of traveling in a roadways bus in Hindi.

सेवा में,
संपादक,
टाइम्स ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली
मान्यवर,

अनुरोध है कि कृपया मेरे विचार अपने लोकप्रिय अखबार के ‘लोकवाणी’ कॉलम में प्रकाशित करें। हरियाणा रोडवेज की पुरानी बसों में सफर करना जनता के लिए खतरे से खाली नहीं है। लगभग हर रूट पर चलने वाली ऐसी बसें जर्जर हालत में हैं। वे कहां रुकेंगे और आगे बढ़ने से मना कर देंगे, यह पता नहीं है। पुराने समय में यात्रियों के कुशल आगमन को लेकर संशय बना रहता था।

आज भी इन बसों के जरिए पुराने जमाने की बातें याद आती हैं। कम से कम समय पर कहीं भी पहुंचने में संदेह होना जरूरी है। डबवाली से हिसार की बसें दो से तीन घंटे देरी से पहुंचने के कारण खास तौर पर बदनाम हैं। इसके अलावा ज्यादातर कर्मचारी यात्रियों को ऐसे डांटते थे जैसे वे उन यात्रियों के अधिकारी हों। वे कर्मचारी जहां चाहते हैं, चाय पीने के लिए डेढ़ घंटे रुकते हैं। उन्हें इस बात की चिंता नहीं रहती कि रुक-रुक कर बस चलाकर किसी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कितना समय लगेगा। कभी-कभी खाली बस भी हो तो रास्ते में यात्रियों को बैठाने की जहमत नहीं उठाते, मनमानी नहीं तो और क्या कहेंगे।

सबसे बड़ी बात यह है कि कहीं भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं सुनी जाती है। बस में अनिवार्य शिकायत पुस्तिका मांगने पर भी नहीं दी जाती। इन सरकारी बसों की स्थिति अत्यंत दयनीय है।

भवदीय
चन्दर
दिनांक……
रौनक चौंक, सिरसा

Like our Facebook page and follow our Instagram account.

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments