Sunday, October 13, 2024
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Vachan Kise Kahate Hain वचन किसे कहते हैं – परिभाषा, भेद, प्रकार, उदाहरण

नीचे दिये गये वाक्यों या वचन के उदाहरण (Vachan Ke Udahran) को पढ़िए और समझिए –

  • छात्र लिख रहा है।
  • छात्राएँ खेल रही हैं।

वाक्यों में ‘छात्र’ और ‘छात्राएँ’ शब्दों का प्रयोग हुआ है। ‘छात्र’ शब्द से एक संख्या का पता चलता है और ‘छात्राएँ’ शब्द से एक से अधिक संख्याओं का पता चलता है। अतः संख्याबोधक शब्दों को वचन कहते हैं।

Vachan Kise Kahate Hain वचन किसे कहते हैं

vachan

वचन की परिभाषा (Vachan Ki Paribhasha) = शब्द के जिस रूप से उसके एक अथवा अनेक होने का बोध हो, उसे वचन कहते हैं।

वचन के प्रकार (Vachan Ke Prakar) = हिन्दी में दो वचन होते हैं = एकवचन और बहुवचन।

एक वचन = शब्द के जिस रूप में उसके एक (संख्या में) होने का बोध हो, उसे एकवचन कहते हैं, जैसे-लड़का, पतंग, पुस्तक, गाड़ी, पुरुष आदि।
बहुवचन = शब्द के जिस रूप से एक से अधिक व्यक्तियों अथवा वस्तुओं का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं, जैसे-लड़के, पतंगे, पुस्तकें, गाड़ियाँ, पुरुषों आदि।

गणनीय और अगणनीय संज्ञाएँ

वचन का एक भेद राणनीय और अगणनीय भी है। कुछ संज्ञाएँ गिनी जा सकती हैं। जैसे – मेजें, पुस्तकें, सेब, संतरे, मकान आदि। इन्हें गणनीय संज्ञाएँ कहते हैं। इनके बहुवचन रूप एकवचन से भिन्न होते हैं। कुछ संज्ञाएँ गिनी नहीं जा सकतीं। उनका माप-तोल हो सकता है। जैसे – सोना, चाँदी, आटा, तेल, घी आदि। इन्हें अगणनीय संज्ञाएँ कहते हैं। इनके एकवचन तथा बहुवचन रूप एक जैसे होते हैं।

वचन सम्बन्धी नियम

साधारणतः एक संख्या के लिए एकवचन का और अधिक के लिए बहुवचन का प्रयोग किया जाता है, लेकिन –

  1. आदर प्रकट करने के लिए एकवचन के स्थान पर बहुवचन का प्रयोग किया जाता है, जैसे –
    (क) महात्मा बुद्ध महान थे।
    (ख) मेरे पिता व्यापारी हैं।
    (ग) राजा-राम प्रजा को बहुत चाहते थे।
    (घ) माता जी पहुँच गई होंगी।
  2. अपना अधिकार, अभिमान, या बड़प्पन जताने के लिए भी ‘मैं’ के स्थान पर कभी-कभी लोग ‘हम’ बहुवचन का प्रयोग करते हैं। मालिक नौकर से प्रायः ऐसे ही बात करता है। जैसे –
    (क) हम जा रहे हैं? हमारे लिए खाना लाओ।
    (ख) अकबर ने कहा—हमें शांति चाहिए ।
  3. कुछ संज्ञा शब्द सदा बहुवचन में प्रयुक्त होते हैं, जैसे – लोग, दर्शन, प्रजा, रोम, प्राण, बाल, होश, आँसू, हस्ताक्षर आदि।
    (क) कृपया अपने आँसू पोंछ डालिए।
    (ख) भय से उसके तो प्राण ही निकल गए।
    (ग) पुलिस को देखकर जगमोहन के होश उड़ गए।
    (घ) मेरे बाल झड़ते हैं।
    (ङ) आजकल लोग सीधे मुँह बात तक नहीं करते।
    (च) आज बेटे के दर्शन हुए।
  4. आजकल ‘तू’ एकवचन सर्वनाम का अपमानार्थ या अत्यंत छोटे अथवा अत्यंत प्रिय के लिए ही प्रयोग किया जाता है। सम्मान प्रकट करने के लिए ‘तू’ के स्थान पर ‘तुम’ संबोधन किया जाता है।
  5. जनता, वर्षा, पानी, दूध, आग, पुलिस, भीड़ आदि शब्द सदा एकवचन में प्रयुक्त होते हैं, जैसे –
    (क) जनता ने आंदोलन छेड़ दिया है।
    (ख) कल बहुत वर्षा हुई थी।
    (ग) मुझे ठंड़ा पानी चाहिए।
    (घ) उसे गर्म दूध दो।
    (ङ) मकान को आग ने घेर लिया।
    (च) पुलिस आ गई तो भीड़ रुक गई।
  6. कुछ एकवचन शब्द गण, लोग, जन, वृंद आदि समूहवाचक शब्दों के साथ जुड़कर बहुवचन के रूप में प्रयुक्त होते हैं, जैसे –
    (क) अध्यापकगण यहाँ बैठे।
    (ख) मजदूर लोग अपने काम पर जाएँ।
    (ग) छात्रवृंद आजकल ग्रीष्मावकाश का आनन्द ले रहे हैं।
    (घ) प्रजाजन अनुशासन का महत्त्व समझें।

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